ये लोग फिर किसी बहाने तेरे सपनों मैं आयेंगे !
खुशनसीब है तू वे बे-वजह तुझे बुलाने आयेंगे !!
जब थी तम्मना तो कभी दूर-दूर तलक न मिले !
अब ये गुजारिश कि सहेजे को मिटानें आयेंगे !!
कोई और अपना सफ़र तय कर ले तू बुलाने वाले !
थकन इतनी है कि अब न,न चाहते हुये आ पायेंगे !!
बड़ी मुश्किल है अजय यों ज़माने की खबर रखना !
कई जन्मों के पुराने बे निभाए फ़साने नज़र आयेंगे !!
1 comment:
बढ़िया है जनाब!!
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