बन रहा क्रांति योग ...क्रमशः
मीडिया ने
पुरजोर शब्दों में बताया कि -
एक काबीना मंत्री जब
बी सी सी आई /आई पी अल
की ताबड़-तोड़ फाइव स्टार मीटिंगें
बेनागा कर रहे थे ,
तभी
कोई सौ से ज्यादा किसान हाड़-तोड़
मेहनत करने के बावजूद
उनही के इलाके में आत्महत्या कर रहे थे !
पर ये मीडिया ने तब बताया
जब अपने हिस्से के लाखों विज्ञापन
आई पी अल के कोटे से वे डकार चुके थे,
और अब चूंकि तमाशा ख़तम होने की तरफ है तो
कफ़न में से अपनी हिस्सेदारी मांग रहे हैं
सो दिखा रहे हैं कई बार ब्रेअकिंग न्यूज़
बना कर ये बासी खबर
जिसे पहले सिरे से इनकार चुके थे !!
सो सुधरो अब और न बनाओ मौत को मुनाफे
का संयोग ,
क्योंकि देश में बन रहा है जन क्रांति योग !!!!
2 comments:
विचार "वाम" लगता है!’क्रिकेट’और ’किसानी’दोनों रहेगें साथ साथ!
बात में मगर दम है!
आप स्वीकारते क्यों नहीं कि हम लोग बज़ार के हिस्से बन चुके है,चाहे अनचाहे!
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