जब निकाला गया इतिहास मजबूर चीखों का ,
मानवीय संवेदना की भारी कमी पायी गयी !
मछलियाँ भी उस हर हाथ को अब पहचानती हैं,
जिस हाथ मैं परवरिश की कुछ भी कमी पाई गई !
लोग कहते हैं महलों मैं कुछ भी नहीं होता है ,
खंडहरों मैं फिर क्यों मजदूरों की हंसी पाई गयी !
अजय बड़ी ही मुश्किल है अब इस दुनियां में जीना ,
दूध -मुंहे बच्चों में मां के दूध की कमी पायी गयी !
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अजय बड़ी ही मुश्किल है अब इस दुनियां में जीना ,
दूध -मुंहे बच्चों में मां के दूध की कमी पायी गयी !
आज का कडवा सच कह दिया……………संवेदनशील रचना।
बढ़िया रचना...
वाह!
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