अमूल दूध बनाम गाय का दूध !
माँ जब बार - बार पड़ी पीछे-
कि बच्चे दूध पी ले ,
तो बच्चे ने रूठते हुए कुछ प्रश्न पूछे
माँ किसका दूध है !
माँ ने कहा गाय का
तो बच्चा झट से बोला -
अपनी गलती कर कबूल
ये है दूध-अमूल ।
कुश ने मुझे बताया कि
घर में प्रति लीटर पड़ता है रुपये अठारह
तो बीच का नफा निकल कर कैसे पड़े बत्तीस से कम,
दूध मुह्ने बच्चों का निकल जाये चाहें दम !
बीफ के शोकीन पैदा हो रहे हैं हमारे देश में ,
और बच्चे दम तोड़ रहे हैं गोपाल के देश में!
इतना तो कम से कम कर सकते हैं हम
खाने के सामान को पोल्य्थीन में भर कर
उसकी गाँठ न बांधें
और सिर्फ और सिर्फ अपने बच्चों का
भविष्य बचा लें !!!!
क्योंकि पोलीथीन खा कर गाय
घुट -घुट के प्राण छोडती हें
जितनी तकलीफ कसाई
के छुरे से
उन्हें नहीं पहुँचती है !
उससे अधिक हमारी वजह से झेलती है!!
2 comments:
यूं तो पॉलीथिन का इस्तेमाल ही बंद हो जाना चाहिये. अच्छी रचना.
आपस की बात आम करते हो, वो भी सरे आम करते हो! अब और क्या कहूं मेरे दोस्त अच्छा काम करते हो!!!!!
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