Tuesday, January 8, 2013

POEM-GOOD PEOPLE IN HINDI



कविता - अच्छे लोग !

अच्छे लोग,अच्छे होने के 
ता-उम्र भ्रम में न रहें .
वे लम्हा-लम्हा ,
चैतन्य -सहज रहें .
कलुषता के कीचड़ में 
नहीं सनें 
पुष्पित जलज बनें .
ख़राब को ख़राब और 
अच्छों को अच्छा कहें .
अच्छे लोग .......
समाज की गति
है बदल रही ,
एक देश /एक परिवार में
एक सा खाने वालों की मति
है बदल रही .
गिरगिटी /गिरहकटी के नए दौर में
भितरघाती हवाओं में न बहें
अच्छे लोग .........
एक और बात
जो है जरूरी -
गेरों के साथ अच्छे से अच्छा करें
लेकिन समाज- कंटकों की -
हर बात
स्वाभिमान की शर्त पर
न मानें ,न सहें
अच्छे लोग,अच्छे होने के
ता-उम्र भ्रम में न रहें .
-डॉ अजय गुप्त

6 comments:

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

सार्थक चेतावनी देती रचना

Anita Lalit (अनिता ललित ) said...

बिल्कुल सही बात कही आपने !
सार्थक रचना!
~सादर!!!

रेखा श्रीवास्तव said...

एक सार्थक सन्देश को संजोयें अच्छी रचना के लिए आभार !

Amrita Tanmay said...

बहुत सुन्दर सन्देश..

Yashwant R. B. Mathur said...

सार्थक संदेश देती कविता


सादर

Anju (Anu) Chaudhary said...

बहुत खूब जी ...एक चेतावनी ऐसी भी :)